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साँवरिया न इतने पुण्य मेरे कर्मों मेंकि स्थान मिले तेरे चरणों में,तू तो है प्रकाश सांवरेमैं हूँ अंधियारी रातमेरी तुझ संग प्रीत लग गयी है सांवरेतू थाम ले मेरा हाथ।तेरा हुआ ये तन-मन अब तो तेरे हुए हैं प्राणबिन तेरे जीना अब तो रहा न है आसान,जल्दी आओ प्यारे मोहनमैं जोह रही तेरी बाटमेरी तुझ संग प्रीत लग गयी है सांवरेतू थाम ले मेरा हाथ।मुझे न चिंता किसी की अब हैबस चाहिये तेरा साथ,मेरी तुझ संग प्रीत लग गयी है सांवरेतू थाम ले मेरा हाथ।
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